सोमवार को कथित मानव तस्करी और धोखाधड़ी के आरोप में गिरफ्तार किए गए विवादास्पद सोशल मीडिया प्रभावशाली बलवंत कटारिया उर्फ Bobby Kataria को शहर की एक अदालत ने तीन दिन की पुलिस रिमांड पर भेज दिया हैं। और पुलिस ने मंगलवार को यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि उसके पास से 20 लाख रुपये नकद, कुछ दस्तावेज और चार मोबाइल फोन भी बरामद किए गए हैं।
सहायक पुलिस आयुक्त (एसीपी) अपराध वरुण दहिया ने कहा की आरोपी Bobby Kataria को तीन दिन की पुलिस रिमांड पर लिया गया हैं। पुलिस जांच के सभी पहलुओं पर गौर कर रही हैं। और पुलिस ने बताया कि कटारिया पिछले साल से मानव तस्करों के एक बड़े गिरोह में शामिल हैं। और उसके अंतरराष्ट्रीय गिरोह से संबंध हो सकते हैं।
उन्होंने बताया कि प्रारंभिक जांच में पता चला हैं की Bobby Kataria ने कई बेरोजगार युवकों को ठगा हैं। जो अपनी एक महिला मित्र के साथ मिलकर अपना अवैध कारोबार चला रहा था।
गुरुग्राम पुलिस से दो लोगों ने संपर्क कर दावा किया था कि Bobby Kataria ने उन्हें विदेश में नौकरी दिलाने के नाम पर 4 लाख रुपये से अधिक की ठगी की हैं। साथ ही फतेहपुर निवासी अरुण कुमार और उत्तर प्रदेश के ढोलाना निवासी मनीष तोमर ने भी शिकायत दर्ज कराई। उनके अनुसार उन्हें इंस्टाग्राम पर विदेश में नौकरी दिलाने का एक विज्ञापन मिला था।
यह विज्ञापन Bobby Kataria के आधिकारिक इंस्टाग्राम आईडी और यूट्यूब चैनल से पोस्ट किया गया था। और संपर्क करने पर उन्हें गुरुग्राम मॉल में उनके कार्यालय में मिलने के लिए कहा गया। कुमार ने पुलिस को बताया की मैं 1 फरवरी को बॉबी कटारिया से उनके कार्यालय में मिला और उन्होंने मुझे पंजीकरण शुल्क के रूप में 2,000 रुपये लेने के बाद यूएई में नौकरी दिलाने का आश्वासन दिया।
फिर मैंने उनके खाते में 1.5 लाख रुपये ट्रांसफर किए और विएंतियाने (लाओस की राजधानी) के लिए टिकट खरीदा। और कुमार ने कहा की इसी तरह, मेरे दोस्त मनीष तोमर को भी सिंगापुर में नौकरी दिलाने का आश्वासन दिया गया था।
Bobby Kataria ने तोमर से 2.59 लाख रुपये लिए और उसे भी विएंतियाने का टिकट दिलवाया और 28 मार्च को फ्लाइट में सवार हो गया। और जब हम विएंतियाने के एयरपोर्ट पर उतरे तो हमारी मुलाकात अभि नाम के एक व्यक्ति से हुई जिसने खुद को कटारिया का दोस्त बताया।
उसने बताया कि एक पाकिस्तानी व्यक्ति ने हमें होटल में छोड़ा। अगले दिन, हमें एक गुमनाम चीनी कंपनी में ले जाया गया। जहाँ हमारे साथ मारपीट की गई और हमारे पासपोर्ट छीन लिए गए। हमें अमेरिकी नागरिकों को निशाना बनाकर साइबर धोखाधड़ी करने के लिए मजबूर किया गया।
महिलाओं सहित लगभग 150 भारतीयों को मानव तस्करी के ज़रिए वहाँ लाया गया था और उन्हें बंधक बनाकर रखा गया था। और तीसरे दिन, हम भागने में सफल रहे और भारतीय दूतावास से संपर्क किया। शिकायतकर्ता ने कहा की वापस लौटने के बाद हमने कटारिया से हमारे पैसे वापस मांगे लेकिन उन्होंने इनकार कर दिया।
शिकायत के बाद Bobby Kataria और अन्य के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 323, 342, 506,और 420, 364, 370, 120-बी और आव्रजन अधिनियम की धारा 10/24 के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई।
Bobby Kataria को यहां सेक्टर 109 के कॉन्शिएंट-वन मॉल में स्थित उनके कार्यालय से गिरफ्तार किया गया। और इस बीच, राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने सोमवार को जबरन साइबर अपराध से जुड़े मानव तस्करी के एक मामले में स्थानीय पुलिस के साथ संयुक्त अभियान में छह राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों में कई स्थानों पर तलाशी ली। जिसमें पांच आरोपियों की गिरफ्तारी हुई।
गिरफ्तार किए गए लोगों में वडोदरा के मनीष हिंगू, गोपालगंज के पहलाद सिंह शामिल हैं। और पुलिस ने बताया कि दक्षिण-पश्चिम दिल्ली के नबियालम राय, चंडीगढ़ के सरताज सिंह को गिरफ्तार किया गया हैं। जबकि एनआईए की सूचना पर गुरुग्राम पुलिस ने कटारिया को गिरफ्तार किया हैं।
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