इंदौर। कांग्रेस उम्मीदवार अक्षय कांति बम के नाम वापस लेने की घटना से चर्चित रही इंदौर सीट पर भाजपा के उम्मीदवार ने सबसे ज्यादा अंतर से जीत हासिल की है। मुख्य विपक्षी पार्टी का उम्मीदवार नहीं होने की वजह से इंदौर में चुनाव एकतरफा हो गया था। उस सीट पर भाजपा के शंकर लालवानी पौने 12 लाख वोट से जीते हैं। यह भारत में लोकसभा चुनाव के इतिहास की सबसे बड़ी जीत है।
चुनाव आयोग की ओर से जारी नतीजों के मुताबिक भाजपा उम्मीदवार शंकर लालवानी ने इंदौर सीट पर 11,75,092 वोट के विशाल अंतर से चुनाव जीत कर रिकॉर्ड कायम किया। इस सीट पर भाजपा का 35 साल पुराना कब्जा बरकरार रखा। गौरतलब है कि अपने उम्मीदवार के पर्चा वापस लेने के कारण कांग्रेस के इंदौर में चुनावी दौड़ से बाहर होने के बाद लालवानी ने 12,26,751 वोट हासिल किए। लालवानी के निकटतम प्रतिद्वंद्वी बहुजन समाज पार्टी प्रत्याशी संजय सोलंकी को 51,659 वोट मिले थे।
इंदौर में इस बार ‘नोटा’ को 2,18,674 वोट हासिल हुए और यह भी एक राष्ट्रीय रिकॉर्ड है। इंदौर के अलावा सबसे बड़े अंतर वाली दूसरी सीट भी मध्य प्रदेश की ही है। राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने विदिशा सीट पर आठ लाख से ज्यादा अंतर से जीत हासिल की है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह भी गुजरात की गांधीनगर सीट से छह लाख से ज्यादा वोट से चुनाव जीते हैं।