किसान विरोध के बीच मोदी की सभा

किसान विरोध के बीच मोदी की सभा

पटियाला। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किसान आंदोलन का केंद्र बने पंजाब में चुनावी रैली की। किसानों के विरोध के ऐलान के बीच प्रधानमंत्री मोदी पटियाला पहुंचे और पटियाला सीट से  भाजपा की उम्मीदवार परनीत कौर सहित पार्टी के अन्य उम्मीदवारों के लिए वोट मांगा। प्रधानमंत्री शुक्रवार को भी पंजाब जाएंगे, जहां उनकी दो चुनावी सभाएं होंगी। गुरुवार को पटियाला की सभा में प्रधानमंत्री ने पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान को निशाने पर लिया और कागजी मुख्यमंत्री बताया। प्रधानमंत्री ने गुरुवार को हरियाणा के महेंद्रगढ़ भिवानी चुनाव क्षेत्र में भी पार्टी की एक रैली को संबोधित किया।

बहरहाल, पंजाब में प्रधानमंत्री मोदी ने कांग्रेस और आप पर निशाना साधते हुए कहा- पंजाब में दिखावे के लिए दिल्ली की कट्‌टर भ्रष्टाचारी पार्टी और सिख हमले की दोषी पार्टी आमने सामने लड़ने का नाटक कर रही हैं, लेकिन सच यह है कि पार्टियां दो हैं, लेकिन दुकान एक ही है। उन्होंने कहा- बंटवारे से पीड़ित दलित सिख भाई, बहनों को मोदी नागरिकता दे रहा है। अगर सीएए नहीं हो तो पाकिस्तान, अफगानिस्तान और बांग्लादेश में जो सिख नागरिक हैं, उन्हें नागरिकता कौन देगा। उन्होंने कहा- इंडी वालों ने सीएए के नाम पर दंगे करवाए।

प्रधानमंत्री की रैली से पहले कई जगह खूब बवाल भी हुआ। रैली का विरोध करने के लिए पटियाला आ रहे किसानों और मजदूरों को पुलिस ने रास्ते में ही घेर लिया। किसान राजपुरा की तरफ से पटियाला में दाखिल होना चाहते थे। वहां पुलिस के साथ अर्ध सैनिक बलों को तैनात किया गया था। पुलिस ने बैरिकेडिंग की थी और रेत से भरे ट्रक खड़े किए थे। किसानों के विरोध को देखते हुए प्रशासन ने पटियाला, राजपुरा हाईवे बंद कर दिया था।

मोदी के दौरे से पहले किसानों के विरोध पर पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह के बेटे रणइंदर ने कहा कि विरोध से फर्क नहीं पड़ता है। उनके परिवार की पटियाला के लोगों से पारिवारिक सांझा है। बहरहाल, प्रधानमंत्री मोदी किसानों का मुद्दा उठाते हुए रैली में कहा- पंजाब को पांच नदियों का आशीर्वाद मिला है, लेकिन इंडी वाले किसानों से झूठ बोलते हैं। इन्होंने किसानों से वादा किया, जो पूरा नहीं किया। मोदी ने दावा किया- बीते 10 साल में गेहूं और धान की रिकॉर्ड खरीदी हुई है। एमएसपी में हमने ढाई गुना वृद्धि की है और पीएम किसान निधि के 30-30 हजार रुपए किसानों को मिल चुके हैं।

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