जयपुर। प्रमुख शासन सचिव सार्वजनिक निर्माण विभाग (Public Works Department) श्री वैभव गालरिया (Vaibhav Galeria) की अध्यक्षता में सोमवार को वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से गुण नियंत्रण शाखा की समीक्षा बैठक आयोजित हुई। श्री गालरिया ने विभागीय अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) ने प्रदेशवासियों को विभिन्न निर्माण कार्यों की सौगात दी है। अतः विभाग के गुण नियंत्रण अधिकारियों को यह भी सुनिश्चित करना होगा कि इन निर्माण कार्यों की गुणवत्ता भी मानकों के अनुरूप हो। उन्होंने निर्देश दिए कि विभाग की ओर से किए गए और किए जा रहे कार्यों की गुणवत्ता में किसी प्रकार का समझौता नहीं किया जाएगा, अगर कोई संवेदक इन कार्यों का निर्माण गुणवत्ता मानकों के अनुरूप नहीं करता है तो उस संवेदक पर नियमानुसार त्वरित कार्रवाई अमल में लाई जाए।
श्री गालरिया ने निर्देश दिए कि नए भवनों का निर्माण ग्रीन बिल्डिंग (green building) की थीम पर किए जाए। संबंधित अधिकारी भवनों का निर्माण प्रचलित आधुनिक तकनीक के अनुरूप करवाना सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि इस प्रकार के भवनों में बिजली की खपत कम होती है क्योंकि यह भवन सामान्य भवनों के मुकाबले ठंडे रहते है और इनमें प्राकृतिक प्रकाश की भी उचित व्यवस्था रहती है। श्री गालरिया ने निर्देश दिए कि सभी भवनों में जल निकासी की भी व्यवस्था आधुनिक रूप से की जाए जिससे इस जल का ठहराव भवन के नजदीक ना हो।
बैठक में शासन सचिव सार्वजनिक निर्माण विभाग श्री चिन्न हरी मीणा, मुख्य अभियंता गुण नियंत्रण श्री मुकेश चंद्र भाटी एवं वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से शाखा के अधिशाषी अभियंता तक के अधिकारी जुड़े।