केरल विधानसभा में हंगामा, कार्यवाही 15 मिनट में खत्म

केरल विधानसभा में हंगामा, कार्यवाही 15 मिनट में खत्म

तिरुवनंतपुरम। केरल विधानसभा (Kerala Legislative Assembly) में गुरुवार को दिन की कार्यवाही 15 मिनट में समाप्त हो गई, जब कांग्रेस (Congress) के नेतृत्व वाले विपक्ष ने दो कोषागार विधायकों और कुछ वाच एंड वार्ड कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की, जिन्होंने विपक्षी महिला विधायकों के साथ दुर्व्यवहार किया था। बुधवार को विपक्षी विधायकों ने उनके विरोध में विधानसभा अध्यक्ष के कार्यालय का घेराव किया। इसके बाद प्रदर्शनकारी विधायकों को तितर-बितर करने के लिए वाच एंड वार्ड स्टाफ (Watch And Ward Staff) को बुलाया गया। हाथापाई में कुछ विपक्षी विधायक घायल हो गए, जिनमें के.के. रेमा (K.K. Rema) शामिल हैं।

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विधानसभा की कार्यवाही शुरू होने से ठीक पहले गुरुवार सुबह स्पीकर ए.एन. शमसीर (A.N. Shamseer) ने पार्टी नेताओं के साथ बैठक की और दोनों पक्षों से स्थिति पर नियंत्रण सुनिश्चित करने का अनुरोध किया। बैठक में मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन (Pinarayi Vijayan) और विपक्ष के नेता वी.डी. सतीशन (VD Satishan) वाकयुद्ध में लगे हुए थे सतीशन ने कहा कि विपक्ष के स्थगन प्रस्ताव के लिए अनुमति देने के अधिकार को खारिज किया जा रहा है। इस पर विजयन ने कहा कि हर चीज के लिए स्थगन प्रस्ताव पेश करने की अनुमति देना संभव नहीं है। दोनों कुछ और समय तक एक-दूसरे को निशाने पर लेते रहे। सदन की कार्यवाही शुरू होने पर शमसीर ने कहा कि सदन परिसर में और अध्यक्ष के कार्यालय के सामने जो कुछ हुआ वह केरल विधानसभा के इतिहास में अभूतपूर्व है। शमशीर ने कहा, ऐसी चीजें कभी नहीं होनी चाहिए थीं और घटनाओं को मोबाइल फोन पर शूट किया गया और यह स्वीकार्य नहीं है।

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हम उस तकनीक का इस्तेमाल कर सकते थे जो मोबाइल (Mobile) में रिकॉडिर्ंग (Recording) को जाम करने के लिए उपलब्ध है, लेकिन हमने इसका इस्तेमाल नहीं किया। इसलिए मैं सभी से अनुरोध करता हूं कि सहयोग करें। नेता प्रतिपक्ष वी.डी. सतीशन (VD Satishan) ने कहा, यह सच था कि चीजें हाथ से बाहर हो सकती थीं, लेकिन हमने जो कुछ किया वह स्पीकर के कार्यालय के समक्ष एक लोकतांत्रिक विरोध प्रदर्शन  (Democratic Protest)था। लेकिन दो ट्रेजरी बेंच विधायकों और कुछ वॉच एंड वार्ड कर्मचारियों द्वारा शांतिपूर्ण लोकतांत्रिक विरोध प्रदर्शन को बिगाड़ दिया गया। हम उनके खिलाफ कार्रवाई की मांग करते हैं। और, जब प्रश्नकाल शुरू हुआ, तो विपक्षी विधायक वेल में आ गए और फिर अध्यक्ष के मंच के सामने नारेबाजी की। इस पर अध्यक्ष ने फिर प्रश्नकाल स्थगित कर दिया और सदन को स्थगित करने से पहले सदन की कार्यवाही देखी। (आईएएनएस)

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