नई दिल्ली/गुवाहाटी। नए संसद भवन के उद्घाटन समारोह का बहिष्कार करने के कांग्रेस के फैसले पर भाजपा ने निशाना साधा है। विपक्ष से उद्घाटन में शामिल होने की अपील कर चुके केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने गुरुवार को कांग्रेस पर हमला किया। उन्होंने कांग्रेस पर ओछी राजनीति करने का आरोप लगाया और कहा- कांग्रेस और दूसरे विपक्षी दल कह रहे हैं कि राष्ट्रपति नए संसद का उद्घाटन करें। मैं कांग्रेस से पूछना चाहता हूं कि छत्तीसगढ़ में विधानसभा का भूमि पूजन सोनिया गांधी, राहुल गांधी और मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने किया था। उस समय छत्तीसगढ़ की राज्यपाल कहां थीं। वे भी आदिवासी हैं। आपने उन्हें नहीं बुलाया था।
दूसरी ओर दिल्ली में भाजपा ने प्रेस कांफ्रेंस करके कांग्रेस और अन्य विपक्षी पार्टियों पर निशाना साधा। पार्टी के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने गुरुवार को सबसे बड़ी विपक्षी पार्टी कांग्रेस से अपना दिल बड़ा करने और संसद भवन के उद्घाटन में शामिल होने को कहा। उन्होंने कहा- कांग्रेस अपना ह्रदय बड़ा करेगी तो अच्छा रहेगा। साथ ही उन्होंने कांग्रेस पर हमला भी किया और कहा कि वह नरेंद्र मोदी का विरोध करने के लिए उद्घाटन का बहिष्कार कर रही है।
गौरतलब है कि कांग्रेस सहित 19 विपक्षी पार्टियों ने 28 मई को होने वाले उद्घाटन समारोह का बहिष्कार करने का ऐलान किया है। विपक्ष का कहना है कि प्रधानमंत्री की बजाय राष्ट्रपति को संसद भवन का उद्घाटन करना चाहिए। विपक्ष का यह भी कहना है कि भाजपा सिर्फ नाम के लिए दलित व आदिवासी राष्ट्रपति बनाती है। वह उनका कोई सम्मान नहीं करती है।
बहरहाल, रविशंकर प्रसाद ने संसद भवन का उद्घाटन प्रधानमंत्री के करने का बचाव करते हुए गुरुवार को कहा कि प्रधानमंत्री भी संवैधानिक दायित्व रखते हैं। उन्होंने उद्घाटन के बाद संसद में सेंगोल स्थापित किए जाने का जिक्र करते हुए कहा- सेंगोल की परंपरा जो बताई गई है, वह हमारे लिए गर्व की बात है। कांग्रेस के मित्रों से कहेंगे कि आपके नेता भी इससे जुड़े हैं। इसके साथ ही कांग्रेस पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि कांग्रेस को असली समस्या यह है कि नई संसद प्रधानमंत्री मोदी ने बनाया है। उन्होंने यह भी कहा कि प्रधानमंत्री भी संसद का हिस्सा होता है।