नई दिल्ली। प्रवर्तन निदेशालय (Enforcement Directorate) (ईडी) ने दिल्ली आबकारी नीति घोटाला मामले में अपनी तीसरी पूरक चार्जशीट में कहा है कि प्रमुख सिफारिशें आरोपी कारोबारियों ने तैयार की थीं।
ईडी ने आरोप पत्र में उल्लेख किया है कि ब्रिंडको सेल्स प्राइवेट लिमिटेड (Brindco Sales Pvt Ltd) के निदेशक अमनदीप ढल (Amandeep Dhall) ने दिल्ली आबकारी नीति तैयार (Delhi Excise Policy) करने के लिए विजय नायर(Vijay Nair) को सिफारिशें भेजीं ताकि उन्हें लाभ मिल सके और वे गलत तरीके से पैसा कमा सकें।
ईडी द्वारा कई बार उल्लेख किया गया है कि 27 मार्च, 2021 को ओबेरॉय मेडेन्स में एक बैठक आयोजित की गई थी, जहां अमन ढल ने विजय नायर के फोन को बिनॉय बाबू को फॉरवर्ड किया और विशेष रूप से उनसे सिग्नल ऐप पर संपर्क करने के लिए कहा था।
ईडी को बाद में बिनॉय बाबू के मोबाइल फोन से इस संबंध में चैट मिली। ढल और बिनॉय बाबू विजय नायर को आबकारी नीति तैयार करने की सिफारिशें भेजने की प्रक्रिया में थे। ईडी ने कहा कि यह डिजिटल सबूतों से साबित होता है।
ईडी ने पाया कि ढल ने खुद बिनॉय बाबू से पूछा कि क्या उन्होंने अपनी सिफारिशें विजय नायर को भेजी थीं। इससे पता चलता है कि ढल तैयार की जा रही आबकारी नीति के संदर्भ में सिफारिशें भेजने की प्रक्रिया में सक्रिय रूप से शामिल था। विजय नायर इस मामले में आरोपी है और जेल में है। वह आम आदमी पार्टी (आप) के संचार प्रभारी हैं और आप के शीर्ष नेतृत्व के करीबी माने जाते हैं। (आईएएनएस)