छत्तीसगढ़ के सट्टेबाज का सीएम पर आरोप

छत्तीसगढ़ के सट्टेबाज का सीएम पर आरोप

नई दिल्ली। छत्तीसगढ़ से महादेव ऐप बना कर सट्टेबाजी का काम करने वाले आरोपी ने राज्य के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल पर गंभीर आरोप लगाए हैं। इस मामले में आरोपी शुभम सोनी ने दुबई से एक बयान वीडियो बनाकर जारी किया है, जिसमें उसने कहा है कि वही महादेव ऐप का असली मालिक है और वह भूपेश बघेल के कहने पर दुबई गया। इससे पहले उसके एक कर्मचारी को ईडी ने गिरफ्तार किया था और उसने ईडी से कहा कि बघेल को 508 करोड़ रुपए दिए गए थे। उस व्यक्ति के पास से पांच करोड़ 39 लाख रुपए नकद बरामद हुए थे।

गौरतलब है कि प्रवर्तन निदेशालय, ईडी की ओर से दर्ज धन शोधन के मामले में शुभम सोनी वांछित आरोपी है। महादेव ऐप के प्रमोटर के करीबी शुभम सोनी ने रविवार को एक वीडियो मैसेज में दावा किया है कि वह महादेव बेटिंग ऐप का मालिक है। उसने अपना पैन कार्ड, आधार और पासपोर्ट दिखाकर दावा किया कि उसने 2021 में महादेव बेटिंग ऐप शुरू किया था। सोनी ने वीडियो में कहा है- भिलाई में मैंने छोटी-सी बुक शुरू की थी। उस बुक से पैसा आने लगा, लाइफ स्टाइल बदल गई। मामला आगे पता चलने लगा, लड़के पकड़े जाने लगे। फिर मैं वर्मा जी के सम्पर्क में आया और मैंने उन्हें 10 लाख रुपए महीना बतौर प्रोटेक्शन मनी देना शुरू कर दिया।

उसने वीडियो में कहा है- मेरे लड़के पकड़े गए तो मैंने वर्मा जी को बोला। वर्मा जी ने फिर मेरी मीटिंग सीएम साहब से करवाई। वहां बिट्टू जी और सीएम साहब ने बोला कि अपना काम बढ़ाओ और दुबई जाओ। वहां मेरा काम अच्छा चल रहा था, लेकिन फिर प्रॉब्लम हुई, मेरे लड़के पकड़े गए। मैं रायपुर आया और मैं फिर वर्मा जी और गिरीश तिवारी के जरिए उस वक्त एसपी प्रशांत अग्रवाल से मिला। शुभम ने आगे कहा है- प्रशांत अग्रवाल ने मेरी बात अपने फोन से स्पीकर पर सीएम बघेल से करवाई। उन्होंने बोला, तुझे वहां काम संभालने भेजा था तो मालिक बन गया। मैंने रिक्वेस्ट की तो बोले प्रशांत से बात करो समझा देगा तुम्हें क्या करना है।

शुभम ने पैसा देने की बात बताते हुए कहा- प्रशांत जी ने जो बोला, जिस-जिस को देने को बोला, मैंने दिया। बिट्टू भैया के जरिए 508 करोड़ रुपए भी दे चुका हूं, फिर भी मुझे दिक्कत कर रहे हैं। उसने वीडियो में कहा है- मैंने अपने लिखित बयान में साफ बताया है कि कितना पैसा किस-किस को कब और किस तरह दिया गया। मेरी सरकार से गुजारिश है कि मैं इस पॉलिटिकल सिस्टम में फंस चुका हूं। मैं इंडिया आना चाहता हूं, मेरी मदद करें।

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