नई दिल्ली। अगर जुलाई का महीना कई सालों में सबसे ज्यादा बारिश का महीना था तो अगस्त 122 साल में सबसे सूखा महीना रहा है। पूरा देश अगस्त के महीने में बारिश के लिए तरस गय। हिमाचल, उत्तराखंड के कुछ इलाकों को छोड कर पूरे भारत में सूखे के हालात हो गए हैं। अगस्त के महीने में तापमान लगातार बढ़ता गया है और आर्द्रता घटती गई है। अगस्त में बारिश नहीं होने से इस साल मानसून की बारिश सामान्य से कम हो गई है। सितंबर में कुछ बारिश होगी लेकिन लगता नहीं है कि उससे कमी की भरपाई हो पाएगी।
मौसम विभाग के मुताबिक इस साल का अगस्त 1901 से अब तक का सबसे सूखा अगस्त बन गया है। मानसून ब्रेक के चलते पूर्वोत्तर और हिमाचल-उत्तराखंड को छोड़कर अगस्त में बारिश की भारी कमी रही। इसकी वजह से अगस्त का औसत तापमान 27.55 डिग्री है, जबकि 30 दिनों का औसत इससे ज्यादा रहा। इस ट्रेंड के मुताबिक, जब अगस्त खत्म होगा तो यह इतिहास का सबसे गर्म अगस्त हो सकता है। अब तक अगस्त के 29 दिनों में 25 दिन सामान्य से कम बारिश हुई है।
इस अगस्त में 33 फीसदी कम बारिश हुई है। यह आंकड़ा बढ़कर 35 फीसदी हो सकता है। यह अब तक अगस्त में बारिश की सबसे बड़ी कमी होगी। दक्षिण भारत में कमी 61 फीसदी, मध्य भारत में 44 फीसदी और उत्तर पश्चिमी भारत में 35 फीसदी तक है। 29 अगस्त तक भारत में 241 मिलीमीटर बारिश होती है लेकिन इस बार सिर्फ 160 मिलीमीटर बारिश हुई है। इस तरह मानसून की बारिश में नौ फीसदी की कमी रही है। सितंबर की सामान्य बारिश होने पर भी इसकी भरपाई संभव नहीं दिख रही। ऐसी स्थिति रही तो बीते आठ साल में यह सबसे कम बारिश वाला मानसून रहेगा।