लखनऊ। उत्तर प्रदेश के हाथरस में मंगलवार को हुए हादसे पर नारायण हरि साकार उर्फ भोले बाबा का पहला बयान आया है। बाबा ने आरोप लगाया है कि घटना के पीछे असामाजिक तत्वों का हाथ है। गौरतलब है कि इसी बाबा के सत्संग के बाद भगदड़ मची थी, जिसमें मरने वालों की संख्या 122 पहुंच गई है। घटना के दूसरे दिन यानी बुधवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी हाथरस पहुंचे और उन्होंने भी इस घटना के पीछे साजिश होने की आशंका जताई।
हादसे के बाद मौके से फरार रहे भोले बाबा ने 24 घंटे बाद पहला बयान दिया। उन्होंने सुप्रीम कोर्ट के वकील एपी सिंह के जरिए लिखित बयान जारी किया। इसमें लिखा गया है- समागम से मेरे निकलने के बाद हादसा हुआ। असामाजिक तत्वों ने भगदड़ मचाई है। इन लोगों के खिलाफ लीगल एक्शन लूंगा। घायलों के स्वस्थ होने की कामना करता हूं। बहरहाल, सत्संग के बाद हुई भगदड़ में 122 लोगों की मौत हुई है। हाथरस, अलीगढ़, एटा और आगरा में मंगलवार को रात भर शवों का पोस्टमॉर्टम हुआ। गौरतलब है कि हादसा मंगलवार को दोपहर एक बजे हाथरस से 50 किलोमीटर दूर फुलरई गांव में हुआ।
बुधवार सुबह साढ़े 11 बजे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ हाथरस पहुंचे। उन्होंने जिला अस्पताल में घायलों से मुलाकात की और घटनास्थल पर भी गए। बाद में उन्होंने प्रेस कॉन्फ्रेंस करके कहा- यह हादसा साजिश जैसा है। लोग मरते गए। सेवादार वहां से भाग गए। उन्होंने न तो प्रशासन को सूचना दी और न ही मदद की। प्रशासन की टीम जब पहुंची तो सेवादारों ने उन्हें आगे जाने नहीं दिया। सीएम ने कहा- हमने भी कुंभ जैसे बड़े आयोजन किए, लेकिन ऐसी चीजें नहीं हुईं।
मुख्यमंत्री ने कहा- जांच के लिए एसआईटी का गठन किया है। हाई कोर्ट के रिटायर जज, पुलिस के सीनियर रिटायर ऑफिसर की टीम भी मामले की जांच करेगी, जो भी दोषी होगा, उसको सजा देंगे। एफआईआर के मुताबिक, प्रशासन ने सत्संग के लिए 80 हजार लोगों की अनुमति दी थी, लेकिन ढाई लाख लोग पहुंच गए थे। भगदड़ हुई तो सेवादार गेट पर खड़े हो गए। उन्होंने लोगों को रोक दिया। इसके बाद भीड़ खेतों में तरफ भीड़ मुड़ गई और नीचे बैठे और झुके श्रद्धालुओं को कुचलती हुई निकल गई। प्रशासन और सेवादार खड़े होकर देखते रहे।
मुख्यमंत्री ने समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव का नाम लिए बिना उन पर निशाना साधा और कहा कि कुछ लोगों की प्रवृत्ति होती है कि इस प्रकार के दुखद और दर्दनाक घटनाओं में भी वो राजनीति ढूंढते हैं। उन्होंने कहा- ऐसे लोगों की फितरत है कि चोरी भी और सीनाजोरी भी करते हैं। सभी जानते हैं कि उनके संबंध किससे हैं और उनकी फोटो किसके साथ है। हमारे तीन मंत्री यहां कैंप कर रहे हैं। मुख्य सचिव और पुलिस अधिकारी भी हैं। पूरी घटना की जिम्मेदारी और जवाबदेही तय करने की कार्रवाई की जा रही है।