कोच्चि। कुवैत में 12 जून को हुए भीषण अग्निकांड (Massive Fire) में मारे गए 45 भारतीयों के शव लेकर वायुसेना (Air Force) का विशेष विमान शुक्रवार को कोच्चि में लैंड किया। बाद में इस विमान को दिल्ली ले जाया जाएगा। केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन (Pinarayi Vijayan), केंद्रीय राज्य मंत्री सुरेश गोपी, विपक्ष के नेता वी.डी. सतीसन और राज्य के कई कैबिनेट मंत्री हवाई अड्डे पर मौजूद थे। राज्य के कानून मंत्री पी. राजीव ने कहा कि चूंकि मृतकों की अधिकतम संख्या केरल से थी, इसलिए विमान पहले यहां उतरा है। यही विमान बाकी शवों को लेकर दिल्ली चला जाएगा।
मरने वालों में केरल के 23, तमिलनाडु के सात, आंध्र प्रदेश और उत्तर प्रदेश के तीन-तीन, ओडिशा के दो और बिहार, पंजाब, कर्नाटक, महाराष्ट्र, पश्चिम बंगाल, झारखंड और हरियाणा के एक-एक व्यक्ति शामिल हैं। केरल, कर्नाटक और तमिलनाडु के मरने वालों के शवों को उनके यहां भेजा जाएगा। केरल सरकार (Kerala Government) ने शवों के निरीक्षण की व्यवस्था की है और प्रत्येक शव को उनके घर ले जाने के लिए एक एम्बुलेंस भी आवंटित की गई है। हवाई अड्डे पर पार्थिव शरीर को कुछ देर के लिए रखा गया, जिसके बाद मृतकों के परिजनों को सौंप दिया गया।
कुवैत पहुंचे केंद्रीय मंत्री कीर्ति वर्धन सिंह (Kirti Vardhan Singh) भी विमान में सवार थे। कुवैत के मंगाफ शहर में बुधवार को छह मंजिला इमारत में भीषण आग लग गई थी, जिसमें कम से कम 49 लोगों की मौत हो गई। दूतावास ने कहा कि इमारत में 176 भारतीय कर्मचारी थे, जिनमें से 45 की मौत हो गई और 33 अस्पताल में भर्ती हैं।
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