मोदी के गांधी परिवार पर नए आरोप

मोदी के गांधी परिवार पर नए आरोप

मुरैना। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इन्हेरिटेंस टैक्स यानी विरासत कर को लेकर नेहरू गांधी परिवार पर नए आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा है कि प्रधानमंत्री रहते राजीव गांधी ने विरासत कर इसलिए खत्म किया था क्योंकि उनको इंदिरा गांधी की संपत्ति लेनी थी। गौरतलब है कि राजीव गांधी की सरकार ने 1985 में ‘एस्टेट टैक्स’ को खत्म कर दिया था। पिछले दिनों इंडियन ओवरसीज कांग्रेस के प्रमुख सैम पित्रोदा ने इस पर चर्चा शुरू करने की बात कही, जिसे लेकर भाजपा हमले कर रही है।

प्रधानमंत्री मोदी ने राजीव गांधी पर बड़ा आरोप लगाते हुए कहा कि अब कांग्रेस उस टैक्स को पहले से ज्यादा सख्त बना कर वापस लागू करने की बात कर रही है। प्रधानमंत्री मोदी गुरुवार को लगातार दूसरे दिन मध्यप्रदेश पहुंचे थे। मोदी ने मुरैना के पुलिस परेड ग्राउंड में भाजपा के लोकसभा प्रत्याशी शिवमंगल सिंह तोमर के समर्थन में सभा की। उन्होंने राहुल गांधी पर हमला करते हुए कहा- कांग्रेस के शहजादे को देश के प्रधानमंत्री को भला-बुरा कहने में मजा आता है। मैं टीवी और सोशल मीडिया पर देख रहा हूं कि इससे लोग दुखी हो रहे हैं। मैं कहता हूं, दुखी न हों क्योंकि नामदार तो कामदार को हमेशा गोली-गलौज करते आए हैं।

कांग्रेस पर हमला करते हुए मोदी ने कहा- देश कह रहा है, कांग्रेस की लूट, जिंदगी के साथ भी और जिंदगी के बाद भी। आपके हितों की रक्षा के लिए ये मोदी दीवार बनकर खड़ा है। ये गाली-गलौज इसलिए हो रहा है क्योंकि मोदी 56 इंच का सीना तानकर खड़ा हो गया है। इनके मंसूबे सफल नहीं होंगे ये मोदी की गारंटी है। उन्होंने कहा- कांग्रेस पार्टी विकास विरोधी है। मुरैना के लोग जानते हैं समस्या से एक बार पीछा छूट जाए तो उसे दूर ही रहना चाहिए।

प्रधानमंत्री ने कहा- कांग्रेस सरकार में आई तो इन्हेरिटेंस टैक्स लगाएगी। उन्होंने कहा- आज पहली बार देश के सामने एक दिलचस्प तथ्य रख रहा हूं। जब देश की पीएम बहन इंदिराजी नहीं रहीं तो उनकी प्रॉपर्टी जो उनकी संतानों को मिलनी थी, लेकिन पहले कानून था कि उनको मिलने से पहले एक हिस्सा सरकार ले लेती थी। तब चर्चा थी कि जब इंदिराजी नहीं रहीं और उनके बेटे राजीव को ये प्रॉपर्टी मिलनी थी तो प्रॉपर्टी को बचाने के लिए उस समय के पीएम राजीव गांधी ने पहले के इन्हेरिटेंस कानून को समाप्त किया। वहां मामला निपट गया तो फिर सत्ता पाने के लिए ये लोग वही कानून ज्यादा कड़ाई से वापस लाना चाहते हैं।

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