रायपुर। छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के बलौदा बाजार (Baloda Bazar) जिले में जैतखाम को क्षतिग्रस्त किए जाने से सतनामी समाज नाराज है। इस समाज के हजारों लोग सोमवार को सड़कों पर उतरे। इस दौरान उनका प्रदर्शन उग्र हो गया। प्रदर्शनकारियों ने कलेक्ट्रेट में घुसकर तोड़फोड़ और आगजनी की।
बीते दिनों बलौदा बाजार (Baloda Bazar) के गिरोदपुरी के महकौनी गांव में स्थित संत अमर दास की तपोभूमि के पवित्र प्रतीक जैतखाम को क्षतिग्रस्त कर दिया गया था। इस घटना को लेकर सतनामी समाज के लोग सोमवार को विरोध प्रदर्शन (Protest) करने सड़क पर उतरे। भारी संख्या में विरोध प्रदर्शन कर रहे लोग कलेक्ट्रेट में घुस गए और उन्होंने सुरक्षा घेरे को तोड़ते हुए तोड़फोड़ शुरू कर दी। इतना ही नहीं भीड़ ने कलेक्ट्रेट में आगजनी को भी अंजाम दिया।
जैतखाम को क्षतिग्रस्त किए जाने की घटना की न्यायिक जांच के राज्य के उपमुख्यमंत्री व गृहमंत्री विजय शर्मा (Vijay Sharma) ने आदेश दिए थे। इससे सतनामी समाज (Satnami Society) के लोग संतुष्ट नहीं थे और वे पूरे घटनाक्रम की सीबीआई जांच चाहते हैं। प्रदर्शनकारियों ने एक तरफ जहां कलेक्ट्रेट में तोड़फोड़ और आगजनी की, वहीं सड़क के किनारे खड़ी कई गाड़ियों को आग के हवाले कर दिया।
इस घटना पर छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल (Bhupesh Baghel) ने सोशल मीडिया (Social Media) साइट एक्स (X) पर पोस्ट करके अपनी बात रखी। उन्होंने लिखा बलौदा बाजार (Baloda Bazar) में हुई हिंसा (Violence) की घटना चिंताजनक है। अगर शासन-प्रशासन ने समय पर आवश्यक कदम उठाए होते तो लोगों की नाराज़गी को इस हद तक जाने से रोका जा सकता था। सतनामी समाज बाबा घासीदास के बताए शांति और सद्भाव के रास्ते पर चलने वाला समाज है। मैं समाज के लोगों से शांति बनाए रखने की अपील करता हूं।
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