चंबल की चाहत को चांस

चंबल की चाहत को चांस

भोपाल। चंबल की बरसों पुरानी चाहत है कि उसे सत्ता की चाबी मिले अवसर भी मिले औरौ को सत्ता भी दिलाई लेकिन अब तक चंबल के हाथों में सीधे तौर पर सत्ता नहीं आ पाई लेकिन एक बार फिर चंबल क्षेत्र को चांस दिया गया है कि वह सत्ता की चाबी तक पहुंचे केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर और और ज्योतिरादित्य सिंधिया के पास अवसर है कि वे अपनी दक्षता और क्षमता दिखाएंI

दरअसल भाजपा के राष्ट्रीय नेतृत्व ने केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर पर एक बार फिर भरोसा जताते हुए प्रदेश चुनाव अभियान समिति का संयोजक बनाया है इसके पहले किया आम चुनाव में भी तोमर अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभा चुके हैं पार्टी का राष्ट्रीय नेतृत्व प्रदेश पर फोकस बनाए हुए हैं और अपने विश्वसनीय केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव और अश्वनी वैष्णव को प्रदेश का चुनाव प्रभारी एवं सह प्रभारी बनाकर भेजा है एक-एक करके पार्टी कमजोर कड़ियों को दूर करने की कोशिश कर रही है और विश्वसनीयता एवं अधिकतम सर्वस्वीकार्यता को महत्व दे रही है जिससे पार्टी में मतभेदों को समाप्त किया जा सके और सामूहिक नेतृत्व में चुनाव लड़े जाए पार्टी का अब तक जो आकलन है प्रदेश में सर्वाधिक चुनौती चंबल इलाके से मिल रही है जहां भाजपा के दिग्गज नेताओं की भरमार हैI

बहरहाल दो दिन से भाजपा प्रदेश कार्यालय में नवनियुक्त चुनाव अभियान समिति के संयोजक नरेंद्र सिंह तोमर और चुनाव के लिए विशेष तौर से प्रभारी बनाए गए भूपेंद्र यादव मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और प्रदेश अध्यक्ष विष्णु दत्त शर्मा के साथ बैठक और मंथन कर रहे हैं इस दौरान विभिन्न प्रकार की बनने जा रही समितियां को भी अंतिम रूप देने की कोशिश की गई संभावना जताई जा रही है कि 20 जुलाई तक समितियां का गठन हो जाएगा 16 जुलाई से विकास पर्व मानना शुरू हो गया है मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बड़वानी में इसकी शुरुआत की 14 अगस्त तक चलने वाले विकास पर्व पर लगभग 2 लाख करोड़ के कार्यों का लोकार्पण और भूमि पूजन किया जानाI

कुल मिलाकर सरकार जहां उपलब्धियां को ऊंचाइयां देने की कोशिश कर रही है जिससे कि पार्टी के पक्ष में सकारात्मक माहौल बने तो दूसरी ओर संगठन पार्टी में कसावट के लिए जमावट कर रहा है और चुनिंदा नेताओं को विभिन्न समितियां में शामिल करके एक व्यापक अभियान चुनाव में चलाने की कोशिश कर रहा है इसके लिए जांचे परखे नरेंद्र सिंह तोमर पर पार्टी ने दांव लगाया है साथ ही केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया और तोमर के सामने सबसे बड़ी चुनौती चंबल क्षेत्र में भाजपा को विजय दिलाने की है इस समय पार्टी को सर्वाधिक चुनौती इसी क्षेत्र से मिल रही है मालवा क्षेत्र से कैलाश विजयवर्गीय हो सक्रिय किया गया है अन्य क्षेत्र में किसको क्या जवाब दरी देना है जल्दी ही तय हो जाएगा लेकिन जिस तरह से चंबल को विशेष महत्व दिया गया है उसे मान जा रहा है एक चांस इस क्षेत्र को और दिया गया है कि वह सत्ता की चाबी लेने में सक्षम है या नहीं।

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