दिल्ली में अगले साल जनवरी में विधानसभा का चुनाव होने वाला है। उससे पहले भाजपा को यह चिंता सता रही है कि कांग्रेस का रिवाइवल हो सकता है। यानी कांग्रेस पुनर्जीवित हो सकती है। यह चिंता इसलिए है क्योंकि दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल जेल में हैं। दिल्ली प्रदेश भाजपा के एक जानकार नेता का कहना है कि अगर केजरीवाल ज्यादा समय तक जेल में रहते हैं तो आप के अंदर बिखराव होगा और प्रवासी व मुस्लिम दोनों मतदाताओं का रूझान कांग्रेस की ओर बनेगा। भाजपा नेता का कहना है कि कांग्रेस साफ साफ मजबूत होती दिख रही है।
ऊपर से हरियाणा में अगले दो महीने में विधानसभा चुनाव हैं, जिसमें कांग्रेस की वापसी की प्रबल सम्भावना मानी जा रही है। अगर हरियाणा में भाजपा को हरा कर कांग्रेस जीत जाती है और आप का प्रदर्शन नहीं सुधरता है तो दिल्ली के चुनाव पर इसका बड़ा असर होगा। पंजाब में जीत कर आप ने जो एडवांटेज हासिल किया था वह हरियाणा में गंवा देगी। वह एडवांटेज कांग्रेस की ओर शिफ्ट हो जाएगा, जिसका फायदा उसे दिल्ली में मिलेगा। ध्यान रहे भाजपा के शीर्ष नेतृत्व को भी कांग्रेस के पुनर्जीवित होने की चिंता ही सता रही है तभी पश्चिम बंगाल से लेकर महाराष्ट्र और दूसरे कई राज्यों में कांग्रेस को रोकने के लिए उसकी सहयोगी पार्टियों का ही सहारा लिया जा रहा है। भाजपा के नेता झारखंड का मिसाल दे रहे हैं, जहां मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन जेल से रिहा हो गए हैं और उसके बाद से जेएमएम के मुकाबले भाजपा का ग्राफ कुछ बढ़ा है। इसी तर्ज पर दिल्ली प्रदेश के नेता चाहते हैं कि केजरीवाल की भी रिहाई हो जाए ताकि सहानुभूति का फैक्टर कम हो और कांग्रेस की वापसी की संभावना को रोका जा सके।