दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की पत्नी सुनीता केजरीवाल को पार्टी और दिल्ली की कमान सौंपे जाने की दिशा काम तेजी से चल रही है। इसी योजना के तहत सुनीता केजरीवाल रांची जाने वाली हैं। वे रविवार को रांची में होने वाली उलगुलान न्याय रैली में शामिल होंगी। एक महीने के भीतर विपक्षी गठबंधन की यह दूसरी रैली है, जिसमें वे शामिल होंगी। इससे पहले 31 मार्च को दिल्ली के रामलीला मैदान में हुई रैली में उन्होंने हिस्सा लिया था और भाषण दिया था। उससे पहले झारखंड की जेल में बंद हेमंत सोरेन की पत्नी कल्पना सोरेन दिल्ली पहुंची थीं तो वे सुनीता केजरीवाल से मिलने गई थीं और दोनों क मुलाकात की मार्मिक तस्वीरें अखबारों में छपी थीं।
ऐसी ही तस्वीरें अब झारखंड के अखबारों में छपेंगी। इन तस्वीरों के जरिए दो महिलाओं के पीड़ित होने का बड़ा मजबूत नैरेटिव गढ़ा जाएगा। जब भी इनकी तस्वीर सामने आती है तो प्रचार होता है कि इनके पति इनसे अलग करके जेल में डाल दिए गए हैं। इससे आम लोगों की सहानुभूति होती है और महिलाओं में इनके प्रति खास किस्म का अपनापा पनपता है। इसलिए सुनीता केजरीवाल रांची की रैली में क्या बोलेंगी यह अहम नहीं है। उनके भाषण से ज्यादा शक्तिशाली उनकी मौजूदगी होगी। उनकी बातों से ज्यादा स्ट्रॉन्ग मैसेज कल्पना सोरेन के साथ की उनकी तस्वीर से जाएगा। वह मैसेज दिल्ली तक पहुंचेगा, जहां आम आदमी पार्टी सुनीता केजरीवाल को नंबर दो नेता के तौर पर स्थापित करने की कोशिश में लगी है। उनके साथ रांची जा रहे राज्यसभा सांसद संजय सिंह और पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान इस काम को आगे बढ़ाएंगे।