कर्नाटक में कांग्रेस की भारी भरकम जीत का एक फायदा यह होगा कि कांग्रेस अगले साल राज्यसभा की अपनी तीनों सीटें बचा लेगी। छह साल पहले 2018 में हुए चुनाव में कांग्रेस ने तीन और भाजपा ने एक सीट जीती थी। अगले साल ये चारों सीटें खाली हो रही हैं और पहले की ही तरह इस बार भी कांग्रेस तीन और भाजपा एक सीट जीतेगी। समीकरण उसके अगले दोवार्षिक चुनाव में यानी 2026 में बदलेगा, जब कांग्रेस को दो सीटों का फायदा होगा। अभी कांग्रेस को इतना फायदा होगा कि उसकी सीटें बच जाएंगी।
ध्यान रहे 2024 के राज्यसभा चुनाव में कांग्रेस के तीन सांसद- सैयद नासिर हुसैन, जीसी चंद्रशेखर और एल हनुमंतैया चुनाव जीते थे। इनमें से कम से कम नासिर हुसैन के फिर से रिपीट होने की संभावना है क्योंकि कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने उनको अपनी टीम में रखा है। वे खड़गे के चार समन्वयकों में से एक हैं। उन्होंने कर्नाटक विधानसभा चुनाव में बहुत मेहनत भी की, जिसका पारिश्रमिक उनको मिलेगा। लेकिन बाकी दो नेताओं के बारे में नहीं कहा जा सकता है कि पार्टी उनको रिपीट करेगी। उनकी जगह नए चेहरे आ सकते हैं। बताया जा रहा है कि एक नेता दिल्ली से भी भेजा जा सकता है। अगर ऐसा होता है कि प्रदेश कांग्रेस के पास लिंगायत, वोक्कालिगा और ओबीसी का समीकरण साधने के लिए सिर्फ एक सीट बचेगी।