केंद्रीय एजेंसियों, सीबीआई, ईडी, आयकर विभाग आदि के दुरुपयोग का आरोप विपक्ष पहले से लगा रहा था लेकिन अब विपक्ष के आरोप एक कदम आगे बढ़ गए हैं। विपक्षी पार्टियों का कहना है कि एजेंसियां सिर्फ उनके खिलाफ कार्रवाई नहीं कर रही हैं, बल्कि गवाहों और दूसरे लोगों को धमका कर विपक्षी नेताओं के खिलाफ बयान ले रही हैं। विपक्षी पार्टियों का यह भी कहना है कि हर प्रदेश में भाजपा के कुछ नेता केंद्रीय एजेंसियों के संपर्क में हैं और केंद्रीय एजेंसियां उनके हिसाब से काम कर रही हैं। तृणमूल कांग्रेस के कुछ नेताओं ने भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सुकांत मजूमदार के एक बयान को आधार बना कर यह बात कही है। मजूमदार ने पिछले दिनों कहा कि ममता बनर्जी के भतीजे अभिषेक बनर्जी की जल्दी ही गिरफ्तारी होगी। उन्होंने कहा था कि गिरफ्तारी तय है, बस समय की बात है।
गवाहों को धमका कर विपक्षी नेताओं के खिलाफ बयान लेने का आरोप आम आदमी पार्टी और छत्तीसगढ़ कांग्रेस के नेताओं ने लगाया है। छत्तीसगढ़ कांग्रेस की ओर से सुप्रीम कोर्ट में इसकी शिकायत की गई है और कहा गया है कि शराब घोटाले के आरोपी पर दबाव बना कर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को धन शोधन के मामले में फंसाने का प्रयास किया जा रहा है। इस पर सुनवाई के दौरान सुप्रीम कोर्ट ने यह भी कहा कि ईडी को ऐसा काम नहीं करना चाहिए, जिससे लोगों में भय का माहौल बने। इससे पहले दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और उनकी पार्टी के दूसरे नेताओं ने भी आरोप लगाया कि सीबीआई और ईडी की ओर से गवाहों को धमकाया जा रहा है और उनसे ऐसे बयान देने को कहा जा रहा है, जिससे केजरीवाल और अन्य बड़े नेताओं को फंसाया जा सके।