बुद्धिहीन-अशक्तकौम का दुकान सत्य!
क्या हम हिंदुओं का जीवन इतिहास दुकान आश्रित नहीं है? आप देश के कोने-कोने में घूम जाएं, जिधर देखो-उधर दुकान! जीवन जीने का व्यवहार खरीद-फरोख्त, लालच, धंधे की वृत्ति-प्रवृत्ति लिए हुए मिलेगा? हां, भारत में...
क्या हम हिंदुओं का जीवन इतिहास दुकान आश्रित नहीं है? आप देश के कोने-कोने में घूम जाएं, जिधर देखो-उधर दुकान! जीवन जीने का व्यवहार खरीद-फरोख्त, लालच, धंधे की वृत्ति-प्रवृत्ति लिए हुए मिलेगा? हां, भारत में...