‘फाइट’ तो बतौर धारणा दिमाग में ड्रील!
भोपाल। ये परसेप्शन का मामला है, भैये। आप चुनाव मैनेजमेंट न करें, कोई बात नहीं। चुनावी गणित पक्ष में न हो, तब भी चलेगा। जनता से केमिस्ट्री न होतो कोई फर्क नहीं पड़ेगा।मगर हां, ज़रूरी है...
भोपाल। ये परसेप्शन का मामला है, भैये। आप चुनाव मैनेजमेंट न करें, कोई बात नहीं। चुनावी गणित पक्ष में न हो, तब भी चलेगा। जनता से केमिस्ट्री न होतो कोई फर्क नहीं पड़ेगा।मगर हां, ज़रूरी है...