विश्व बैंक की चेतावनी
साल 1990 के बाद से सिर्फ 34 मध्य आय वाले देश ही उच्च-आय वाले देशों की श्रेणी में शामिल हो सके। बाकी मिडल इनकम ट्रैप में फंस कर रह गए। विश्व बैंक के मुताबिक भारत...
साल 1990 के बाद से सिर्फ 34 मध्य आय वाले देश ही उच्च-आय वाले देशों की श्रेणी में शामिल हो सके। बाकी मिडल इनकम ट्रैप में फंस कर रह गए। विश्व बैंक के मुताबिक भारत...
तथ्य यह है कि बाघों की अवैध हत्या हुई और बाघ संरक्षण विभाग उसे रोकने में नाकाम रहा। ना सिर्फ विफल रहा, बल्कि कई मामलों में तो सघन जांच से ऐसे मामलों की तह तक...
सुप्रीम कोर्ट ने आज ऊपरी यमुना रिवर बोर्ड से कहा कि दिल्लीवासियों के सामने आने वाले जल संकट के मद्देनजर सभी संबंधित राज्यों की एक आपात बैठक 5 जून को आयोजित कर 6 जून तक...
देश में आम चुनाव का माहौल है। अनगिनत गारंटियां जनता के सामने रख रही हैं। लेकिन इनमें स्वच्छ वातावरण किसी पार्टी की प्राथमिकता नहीं है, जबकि प्रदूषण रिकॉर्ड तोड़ रहा है। भारत दुनिया के सर्वाधिक...
ख़ुशी क्या है? वह कैसी होती है? पहली बात तो यह कि ख़ुशी मेरा, आपका, किसी का भी स्थाई भाव नहीं होती। वह आती है और चली जाती है, मिलती है और छिन जाती है।...
लिबरल डेमोक्रेसी के पैरोकारों के लिए यह गंभीर आत्म-मंथन का विषय होना चाहिए। उन्हें विचार इस सवाल पर करना चाहिए कि लिबरल डेमोक्रेसी जन आकांक्षाओं को पूरा करने में क्यों विफल रही, जिससे लोगों की...
ऑक्सफेम ने अपनी रिपोर्ट में बताया है कि शीर्ष पांच अरबपतियों की संपत्ति 2020 के बाद से दोगुनी हो गई है। यानी जब कोरोना महामारी की मार से आम जन की अर्थव्यवस्था बिगड़ी, इन अरबपतियों...
माना जाता है कि इक्कसवीं सदी में दुनिया पुरातन जीवन शैली के साथ-साथ पुरातन मान्यताओं को पीछे छोड़ चुकी है। लेकिन अगर महिलाओं के प्रति भेदभाव की मानसिकता पर ध्यान दें, तो यह राय कतई...
हमेशा ऐसा ही रहेगा, जब दुनिया विकास के पथ पर नए मुकाम हासिल करेगी, लेकिन लोग यही कहते सुने जाएंगे कि चीजें पहले बहुत अच्छी थीं। एक ताजा अध्ययन से भी इसी बात की पुष्टि...