संवाद और संवाद अदायगी का सम्मोहन
भोपाल। मंच पर रोशनी होती है और नाटक की नायिका प्रवेश लेती है। प्रवेश लेते ही वह दर्शकों से एकालाप करने लगती है। लगभग डे़ढ़ घंटे तक न रोशनी बंद होती है और न नायिका...
भोपाल। मंच पर रोशनी होती है और नाटक की नायिका प्रवेश लेती है। प्रवेश लेते ही वह दर्शकों से एकालाप करने लगती है। लगभग डे़ढ़ घंटे तक न रोशनी बंद होती है और न नायिका...