नई दिल्ली। राजधानी दिल्ली और राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में कड़ाके की ठंड और कोहरे के साथ साथ प्रदूषण का स्तर भी बहुत बढ़ गया है। वायु गुणवत्ता सूचकांक खतरनाक श्रेणी में पहुंच गई है, जिससे ग्रेडड रिस्पांस एक्शन प्लान यानी ग्रैप का तीसरा चरण लागू कर दिया गया है। इसके तहत दिल्ली व एनसीआर में गैर जरूरी निर्माण कार्य और बीएस-3 पेट्रोल और बीएस-4 डीजल चार पहिया गाड़ियों के सड़कों पर दौड़ने पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। रविवार को इस बारे में आदेश जारी किया गया। ठंड और कोहरे की वजह से दिल्ली सरकार ने स्कूलों की टाइमिंग बदल कर नौ बजे से कर दी है।
बहरहाल, दिल्ली को लेकर वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग ने कहा है कि प्रतिकूल जलवायु संबंधी परिस्थितियों और स्थानीय प्रदूषण स्रोतों के कारण दिल्ली का वायु गुणवत्ता सूचकांक काफी बढ़ गया है। रविवार को सुबह 10 और 11 बजे यह 458 और 457 था। इसलिए नए प्रतिबंध लागू किए गए हैं। हालांकि राष्ट्रीय सुरक्षा या रक्षा, राष्ट्रीय महत्व की परियोजनाओं, स्वास्थ्य, मेट्रो, रेल आदि परियोजनाओं के निर्माण कार्य को प्रतिबंधों से बाहर रखा गया है। गैर जरूरी निर्माण कार्यों पर ही पाबंदी लगाई गई है।
इस बीच दिल्ली में सोमवार से फिर स्कूल खुलने वाले हैं, कक्षाएं फिजिकल मोड में फिर से शुरू होंगी। हालांकि, ठंड के मौसम की गंभीरता को देखते हुए सरकार ने स्कूल के समय में परिवर्तन करने का आदेश दिया है। आधिकारिक आदेश में कहा गया है कि कोई भी स्कूल सुबह नौ बजे से पहले अपनी गतिविधियां शुरू नहीं करेगा। सरकार ने इस बात पर भी जोर दिया है कि शाम ढलने के साथ तापमान में गिरावट को ध्यान में रखते हुए, कोई भी स्कूल शाम पांच बजे के बाद भी नहीं चलाया जा सकता है।