चमोली। उत्तराखंड के जोशीमठ भू-धंसाव से प्रभावित लोगों के पुनर्वास के लिए ढाक में फ्रेब्रिकेटेड आवासों का निर्माण कार्य प्रगति पर है और इसे तेजी से पूरा किया जा रहा है।
चमोली जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी एन के जोशी ने बताया केन्द्रीय भवन अनुसंधान संस्थान रूडकी एवं आरडब्लूडी की देखरेख में ढाक में चिन्हित भूमि का समतलीकरण के बाद प्लिंथ लेवल का कार्य प्रगति पर है। यहां पर बिजली, पानी, सीवर आदि व्यवस्थाओं के लिए भी कार्रवाई आरंभ हो गई है।
मुख्य विकास अधिकारी डाक्टर ललित मिश्रा ने बताया प्रभावित परिवारों के तीक्ष्ण एवं पूर्ण क्षतिग्रस्त भवनों, विशेष पुनर्वास पैकेज की अग्रिम धनराशि, सामान ढुलाई व तात्कालिक आवश्यकताओं एकमुश्त विशेष ग्रांट और घरेलू सामग्री क्रय हेतु 623 प्रभावितों क़ो 400.27 लाख की राहत धनराशि वितरित की गई है। उन्होंने बताया कि प्रभावित 250 परिवारों के 902 सदस्यों को राहत शिविरों में रूकवाया गया है। राहत शिविरों में भोजन, पेयजल, चिकित्सा इत्यादि मूलभूत सुविधाएं प्रभावितों को उपलब्ध कराई जा रही हैं। अभी तक राहत शिविरों में 1223 व्यक्तियों का स्वास्थ्य परीक्षण किया गया है।
शीतलहर को देखते हुए राहत शिविरों में प्रभावितों के लिए हीटर, गरम कपडे, कंबल उपलब्ध कराए जा रहे हैं। सार्वजनिक स्थानों, चौराहों एवं राहत शिविरों के आसपास 20 स्थानों पर नियमित रूप से अलाव की व्यवस्था की गई है। (वार्ता)