हिंसा के बीच मणिपुर जाएंगे शाह

इंफाल/गुवाहाटी। मणिपुर में हिंसा थम नहीं रही है। तीन मई को शुरू हुई हिंसा थमने के बाद फिर 23 मई को भड़क गई। उसके बाद गुरुवार तक रूक रूक कई हिस्सों में हिंसा और आगजनी की घटनाएं हुई हैं। बुधवार को राज्य के पीडब्लुडी मंत्री गोविंद कोंथोइजम के घर पर हमला हुआ। उसके बाद विष्णुपुर जिले में हिंसा हुई, जिसमें एक व्यक्ति की मौत हो गई। अब तक पिछले 23 दिन में 75 के करीब लोगों की मौत हो चुकी है। इस हिंसा के बीच केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह मणिपुर का दौरा करेंगे।

बहरहाल, कुकी और मैती समुदाय के बीच चल रही हिंसक लड़ाई का दूसरा चरण 23 मई से शुरू हुआ है। बिष्णुपुर जिले के त्रोंग्लाओबी गांव में कर्फ्यू में ढील देते ही हिंसा हुई। बताया जा रहा है कि हथियारों से लैस लोगों ने विष्णुपुर के मोइरांग के कुछ गांवों में हमला किया। हंगामे का शोर सुनकर मोइरांग के राहत शिविर के कुछ लोग बाहर आए। इस बीच, तोइजाम चंद्रमणि नाम के युवक को पीठ में गोली लगी जो सीने से होकर निकल गई। बाद में चंद्रमणि ने अस्पताल में दम तोड़ दिया।

इस बीच केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने गुरुवार को मणिपुर में लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की और वादा किया कि समाज के सभी वर्गों के लिए न्याय सुनिश्चित किया जाएगा। अमित शाह ने असम के कामरूप जिले के चांगसारी क्षेत्र में स्थापित होने वाले नेशनल फॉरेंसिक साइंस यूनिवर्सिटी, एनएफएसयू के दसवें परिसर का शिलान्यास करते हुए कहा कि विवाद के समाधान में मदद के लिए वे मणिपुर राज्य का दौरा करेंगे।

शाह ने कहा- मैं जल्दी ही मणिपुर जाऊंगा और वहां तीन दिन रहूंगा, लेकिन उससे पहले दोनों गुटों को आपस में अविश्वास और संदेह दूर करना चाहिए और सुनिश्चित करना चाहिए कि राज्य में शांति बहाल हो। अमित शाह ने कहा कि केंद्र यह सुनिश्चित करेगा कि राज्य में हुई झड़पों में पीड़ित सभी लोगों को न्याय मिले, लेकिन लोगों को राज्य में शांति सुनिश्चित करने के लिए बातचीत करनी चाहिए। एनएफएसयू परिसर की स्थापना का जिक्र करते हुए गृह मंत्री ने कहा कि इससे इन पाठ्यक्रमों में उत्तीर्ण सभी छात्रों के लिए रोजगार के अवसर सुनिश्चित होंगे।

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