पुणे। पाकिस्तानी एजेंट को गोपनीय सूचना देने के आरोप में गिरफ्तार किए गए रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) के वैज्ञानिक प्रदीप कुरुलकर की पुलिस हिरासत पुणे की एक विशेष अदालत ने मंगलवार को 15 मई तक के लिए बढ़ा दी।
पुणे में डीआरडीओ की एक प्रयोगशाला के निदेशक वैज्ञानिक को तीन मई को गिरफ्तार किया गया था और वह पुलिस हिरासत में था। पुलिस हिरासत की अविध खत्म होने के बाद उसे अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश (विशेष अदालत) के समक्ष पेश किया गया।
आरोपी की हिरासत बढ़ाने की मांग करते हुए अभियोजन पक्ष ने अदालत से कहा कि वैज्ञानिक से जब्त किए गए उपकरणों की फॉरेंसिक रिपोर्ट मिल गई है और मामले की आगे की जांच के लिए उससे पूछताछ की जरूरत है। बचाव पक्ष के वकील ऋषिकेश गानू ने हिरासत बढ़ाने की मांग करने वाली याचिका का विरोध करते हुए कहा कि सभी आवश्यक उपकरणों को जब्त कर लिया गया है और उनका मुवक्किल अधिकारियों के साथ सहयोग कर रहा है। जिरह के बाद अदालत ने कुरुलकर की पुलिस हिरासत 15 मई तक बढ़ा दी।
आतंकवाद रोधी दस्ते (एटीएस) के एक अधिकारी ने पिछले सप्ताह कहा था कि वैज्ञानिक कथित तौर पर व्हाटसऐप और वीडियो कॉल के जरिए ‘पाकिस्तान इंटेलिजेंस ऑपरेटिव’ के संपर्क में था। उन्होंने इसे ‘हनीट्रैप’ का मामला बताया था। गिरफ्तारी के बाद, कुरुलकर के खिलाफ सरकारी गोपनीयता अधिनियम की संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया था।