नई दिल्ली। आंध्र प्रदेश की नई राजधानी विशाखापत्तनम होगी। राज्य के मुख्यमंत्री जगन मोहन रेड्डी ने मंगलवार को नई राजधानी के नाम की घोषणा की। मुख्यमंत्री ने इस बारे में जानकारी देते हुए बताया कि राज्य की राजधानी को विशाखापत्तनम स्थानांतरित किया जाएगा। मुख्यमंत्री का कार्यालय भी जल्दी ही विशाखापत्तनम ले जाया जाएगा। राज्य के बंटवारे के बाद 2014 में हुए पहले चुनाव में जीते तब के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने 23 अप्रैल, 2015 को अमरावती को अपनी राजधानी घोषित किया था।
लेकिन 2019 के चुनाव के बाद सत्ता में आने पर वाईएस जगन मोहन रेड्डी की सरकार ने 2020 में, तीन राजधानी शहर बनाने की योजना बनाई। इनमें अमरावती, विशाखापत्तनम और कुरनूल शामिल थे। अब मुख्यमंत्री ने विशाखापत्तनम को राजधानी बनाने का ऐलान किया है। इस साल मार्च में विशाखापत्तनम में होने वाले ‘ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट’ की तैयारी संबंधी बैठक को संबोधित करते हुए रेड्डी ने कहा कि वे आने वाले महीनों में बंदरगाह शहर में अपना कार्यालय स्थानांतरित करेंगे।
जगन मोहन रेड्डी ने कहा- यहां मैं आपको विशाखापत्तनम में आमंत्रित कर रहा हूं, जो आने वाले दिनों में हमारी राजधानी बनने जा रहा है। मैं खुद भी आने वाले महीनों में विशाखापत्तनम से कामकाज करूंगा। आंध्र प्रदेश की राजधानी अभी अमरावती है। जगन मोहन रेड्डी सरकार ने पिछले साल नवंबर में, विवादित आंध्र प्रदेश विकेंद्रीकरण और सभी क्षेत्रों का समावेशी विकास कानून, 2020 को निरस्त कर दिया था। उसके तहत राज्य के लिए तीन राजधानियां स्थापित करने का प्रस्ताव था। बहरहाल, रेड्डी ने कहा कि राज्य सरकार तीन और चार मार्च को विशाखापत्तनम में ‘ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट’ का आयोजन कर रही है। उन्होंने उद्योग जगत के लोगों से बैठक में हिस्सा लेने और राज्य में निवेश करने का अनुरोध भी किया।