Spicy Food Craving: मानसून का मौसम चल रहा है . इस मौसम में खाने की क्रेविंग ज्यादा होती है. कभी तीखा-चटपटा तो कभी बारिश होने पर कुछ गर्मा-गर्म खाने का मन करता है. अगर आप एक होममेकर है तो आपका बनाने का और खाने का दोनों का ही मन करता होगा. और एक महिला होकर तो और भी ज्यादा खाने और खिलाने का मन होता होगा. और जब खाने-खजाने की बात हो भारतीय व्यंजन का नाम ना आए यह तो हो ही नहीं सकता. और ऐसे में आज कुछ तीखा या मसालेदार खाने का मन कर रहा है. आपके मन में भी ऐसा ख्याल कई बार आया होगा. तीखा खाना लगभग सभी लोगों को पसंद होता है. खाने में तेज मसाले या मिर्च, इसका स्वाद और ज्यादा बढ़ा देती है. खासकर, ज्यादातर इंडियन किचन में आपको तीखी और मसाले वाली डिशेज ही मिलेंगी. तीखा और चटपटा खाना ज्यादातर लोगों को पसंद होता है. भारतीय घरों में बिना मसाले के कोई भी खाना नहीं बनता है. बच्चे हों या बड़े-बुजुर्ग सभी को तीखा और चटपटा खाना पसंद है. लेकिन महिलाओं में स्पाइसी यानी मसालेदार खाने की क्रेविंग ज्यादा होती है. लेकिन इसके पीछे की वजह क्या है….
टेंशन और तनाव के कारण भी होती है क्रेविंग
वैसे भी फास्ट फूड फेमस होने के बाद तो बाजार में कई तीखे खाने बाजार में उपलब्ध हैं, जिन्हें खाने के लिए लोगों में क्रेविंग बढ़ती है. महिलाओं को चटपटा खाना खाने की क्रेविंग होती है. लेकिन अगर आपको तीखे खाने की क्रेविंग बढ़ती जा रही है तो इसके लिए कुछ एक्सपर्ट का कहना है कि यह हेल्थ के लिए बिल्कुल भी ठीक नहीं है. ये आपके स्वास्थ्य के लिए खतरनाक साबित हो सकती है. अगर आपको भी बहुत ज्यादा मसालेदार या तीखा खाना पसंद है तो इस आदत को समय रहते ही बदल लें.एक्सपर्ट का कहना है कि ज्यादा चटपटा खाने की इच्छा शरीर में कई तरह के बदलावों की तरफ इशारा करती है. जब आपके शरीर का तापमान ज्यादा होने लगता है, तब आपको चटपटा खाने की क्रेविंग हो सकती है. चटपटा भोजन शरीर को ठंडा रखने में मदद कर सकते हैं. तीखा भोजन करने के बाद शरीर से पसीना निकलता है, जो शरीर के तापमान को कम करने में मदद करता है. अगर आपके शरीर का बॉडी मास इंडेक्स यानी वजन ज्यादा हो जाता है तो भी आपको चटपटा खाने की क्रेविंग हो सकती है. इसके अलावा, ज्यादा समय तक टेंशन और तनाव लेने के कारण भी महिलाओं को चटपटा खाने की क्रेविंग होती है.
प्रेग्नेंसी भी कारण
हेल्थलाइन की रिपोर्ट की मानें को प्रेग्नेंसी के दौरान भी महिलाओं को चटपटा खाने का मन करता है. 635 महिलाओं पर की गई रिसर्च के मुताबिक, प्रेग्नेंसी के दौरान महिलाओं को चॉकलेट, आईसक्रीम और डेजर्ट खाने की इच्छा हुई. इसके अलावा, इसी स्टडी में 3.3 फीसदी महिलाओं करी, मसालेदार खाना और मिर्ची जैसी चीजें खाने की क्रेविंग हुई.प्रेग्नेंसी के दौरान फूड क्रेविंग के कारणों को लेकर स्पष्ट जानकारी नहीं है. लेकिन रिसचर्स का मानना है कि इसके पीछे महिलाओं में होने वाले हार्मोनल बदलाव, पोषक तत्वों की कमी और स्पाइसी फूड्स में मौजूद इंग्रिडिएंट्स कारण हो सकते हैं. स्पाइसी फूड की क्रेविंग होने का एक और दिलचस्प कारण है. अगर आप किसी खास तरह के मसालेदार या तीखे खाने से खुद को बचाने की कोशिश कर रही हैं, तो भी आपको इसे ज्यादा खाने का मन करेगा. इतना ही नहीं, पेट में कीड़े होने के चलते भी ज्यादा तीखा खाने का मन करता है.
लेकिन नुकसानदायक भी
जब भी आप तीखा या ज्यादा मसाले वाला खाना खाती होंगी तो आंख या नाक से पानी जरूर निकलता होगा. हालांकि, हॉट सूप या सॉस जैसी तीखी चीजें अक्सर सर्दी-जुकाम के दौरान घरेलू नुस्खे के तौर पर दी जाती थी. कुछ शोध से पता चलता है कि मसालेदार खाना खाने से जकड़न को दूर करने में मदद मिल सकती है. ज्यादा तीखा खाना हमारे पेट के लिए सही नहीं है. इससे पेट खराब होने की दिक्कत हो सकती है. इसका अलावा, आंतों पर भी तेज मिर्ची का असर देखने को मिल सकता है. ज्यादा मसालेदार खाना खाने से हार्टबर्न की दिक्कत भी हो सकती है. इतना ही नहीं, इससे मुंह में छाले तक पड़ सकते हैं. आप संतुलित आहार के साथ-साथ मसालेदार भोजन का मजा ले सकते हैं, लेकिन कुछ लोगों को सावधानी बरतने और उनके सेवन को सीमित करने की आवश्यकता हो सकती है. मसालेदार भोजन आमतौर पर गर्भवती लोगों के लिए सुरक्षित माना जाता है, अगर आपको सीने में जलन या अपच के लक्षण महसूस होते हैं तो आप किसी भी तरह के मसालेदार खाने से दूरी बना लें.