कब मनाई जाएगी गुरू पुर्णिमा? जानें पूजा विधि और महत्व

कब मनाई जाएगी गुरू पुर्णिमा? जानें पूजा विधि और महत्व

गुरुर्ब्रह्मा, गुरुर्विष्णु गुरुर्देवो महेश्वर:।
गुरुर्साक्षात् परब्रह्म तस्मै श्री गुरुवे नम:।।

Guru Purnima 2024 : गुरु पूर्णिमा हिंदू धर्म में अत्यंत महत्वपूर्ण है. हिंदू धर्म में गुरु को देवता का दर्जा दिया गया है. (Guru Purnima) का त्योहार 21 जुलाई को मनाया जाएगा.अब अगर बात की जाए 20 जुलाई की तो इस दिन आषाढ़ मास की चतुर्दशी है.इसलिए हिंदू धर्म में गुरु पूर्णिमा को सबसे महत्वपूर्ण त्योहारों में से एक माना जाता है. गुरु पूर्णिमा का त्योहार आषाढ़ मास की पूर्णिमा तिथि को मनाया जाता है. गुरु पूर्णिमा का त्योहार गुरु और शिष्य के पवित्र संबंध का प्रतीक होता है. (Guru Purnima) का त्योहार 21 जुलाई को मनाया जाएगा.अब अगर बात की जाए 20 जुलाई की तो इस दिन आषाढ़ मास की चतुर्दशी है.गुरु पूर्णिमा को व्यास पूर्णिमा और वेद पूर्णिमा के नाम से भी जाना जाता है. गुरु पूर्णिमा के दिन दान-पुण्य का विशेष महत्व होता है. अब बात करें कि गुरु पूर्णिमा का पर्व किसा दिन मनाया जाएगा..इसकी निश्चित तारीख को लेकर सभी के म न में संशय है. आपको बता दें कि ग्रेगोरियन कैलेंडर के मुताबिक गुरु पूर्णिमा का त्योहार 21 जुलाई को मनाया जाएगा.अब अगर बात की जाए 20 जुलाई की तो इस दिन आषाढ़ मास की चतुर्दशी है.

 

इस कारण हो रहा भ्रम

दरअसल, आषाढ़ मास की पूर्णिमा तिथि की शुरुआत 20 जुलाई शाम 5.59 मिनट से होकर 21 जुलाई को दोपहर 3.46 मिनट पर इसका समापन होगा. इसी वजह से गुरु पूर्णिमा के लिए 20 या 21 जुलाई को लेकर भ्रम फैला हुआ है. ऐसे में ज्योतिषाचार्यों की मानें तो 21 जुलाई को ही गुरु पूर्णिमा की मनाई जाएगी. अगर पूजा मुहूर्त की बात की जाए तो 21 जुलाई को प्रातःकाल 5.46 मिनट के बाद से दोपहर 3.46 मिनट तक पूजा का शुभ मुहुर्त रहेगा.

ऐसे करे गुरु पूर्णिमा पूजा

गुरु पूर्णिमा के दिन सुबह जल्दी उठकर नित्य कार्यों से मुक्त होकर स्नान करें. इस दिन भगवान वेद व्यास और अपने गुरु की मूर्ति स्थापित कर इनकी विधि विधान से पूजा करें. इस दौरान उन्हें फूल, फल और मिठाईयों का भोग लगाएं. इसके बाद में अपने गुरु मंत्रों का जाप करें. इस दौरान गुरु चालीसा का पाठ भी करें. इन सब के बाद जरूरतमंद को दान करना न भूलें.

गुरु पूर्णिमा का महत्व

गुरु पूर्णिमा का मुख्य उद्देश्य गुरुओं का सम्मान करना और उनके प्रति कृतज्ञता व्यक्त करना है. गुरु हमें ज्ञान का मार्ग दिखाते हैं और जीवन में सफलता प्राप्त करने में हमारी मदद करते हैं. गुरु पूर्णिमा ज्ञान प्राप्ति का प्रतीक है. इस दिन हम अपने गुरुओं से ज्ञान प्राप्त करने का संकल्प लेते हैं और जीवन में सत्य और धर्म के मार्ग पर चलने का वचन देते हैं. गुरु पूर्णिमा का दिन आध्यात्मिक उन्नति के लिए भी महत्वपूर्ण है. इस दिन हम अपने गुरुओं से आशीर्वाद प्राप्त करके मोक्ष के मार्ग पर आगे बढ़ने का प्रयास करते हैं.

Disclaimer: ये लेख लोक मान्यताओं पर आधारित है. इस लेख में शामिल सूचना और तथ्यों की सटीकता, संपूर्णता के लिए नया इंडिया उत्तरदायी नहीं है.

 

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