नई दिल्ली। चुनावी बॉन्ड योजना को असंवैधानिक करार देते हुए उस पर रोक लगाने के सुप्रीम कोर्ट के फैसले का चौतरफा स्वागत हुआ है। पूर्व चुनाव आयुक्तों से लेकर विपक्षी नेताओं तक ने इसका स्वागत किया। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने फैसले के बाद केंद्र सरकार और भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि उसने इस योजना को कमीशन का जरिया बना रखा था। राहुल ने सोशल मीडिया में एक पोस्ट में लिखा- नरेंद्र मोदी की भ्रष्ट नीतियों का एक और सबूत आपके सामने है। भाजपा ने इलेक्टोरल बॉन्ड को रिश्वत और कमीशन लेने का एक जरिया बना दिया था। आज इस बात पर मुहर लग गई है।
फैसले के बाद गुरुवार को पूर्व मुख्य चुनाव आयुक्त एसवाई कुरैशी ने कहा कि चुनावी बॉन्ड योजना को रद्द करने का सुप्रीम कोर्ट फैसला लोकतंत्र के लिए बड़ा वरदान है। विपक्ष के नेता और देश के जाने माने वकील कपिल सिब्बल ने फैसले के बाद कहा- यह किसी राजनीतिक पार्टी के लिए नहीं बल्कि पूरे लोकतंत्र के लिए उम्मीद की किरण है। यह देश के नागरिकों के लिए उम्मीद की किरण है। शिव सेना उद्धव ठाकरे गुट के नेता आदित्य ठाकरे ने कहा- एक असंवैधानिक योजना को माननीय सर्वोच्च अदालत ने खत्म कर दिया। हम इसका स्वागत करते हैं। कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने फैसले का स्वागत करते हुए चुनाव आयोग पर भी सवाल उठाए।