नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव 2024 के पहले चरण की 102 सीटों पर पूर्वोत्तर के राज्यों को छोड़ कर देश के बाकी हिस्सों में जोश नहीं दिखा। बिहार में मतदान का प्रतिशत औसत से बहुत कम रहा तो राजस्थान, महाराष्ट्र और उत्तर प्रदेश में भी औसत से कम मतदान हुआ। गौरतलब है कि लोकसभा चुनाव सात चरणों में हो रहे हैं और सीटों की संख्या के लिहाज से पहला चरण सबसे बड़ा था। इसमें 21 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की 102 सीटों के लिए वोटिंग हुई। अंतरिम आंकड़ों के मुताबिक शाम छह बजे तक 63 फीसदी से ज्यादा वोटिंग हुई। यह आंकड़ा कुछ बढ़ सकता है क्योंकि छह बजे मतदान समाप्त होने के बाद भी कई जगह मतदान केंद्रों पर पहुंच गए लोगों की लंबी लाइन लगी थी।
बहरहाल, पहले चरण में सबसे ज्यादा 80 फीसदी मतदान त्रिपुरा की एक सीट पर हुआ। करीब 78 फीसदी मतदान के साथ पश्चिम बंगाल दूसरे स्थान पर रहा। सबसे कम 48 फीसदी वोटिंग बिहार में हुई। पिछले चुनाव में यानी 2019 में बिहार में कुल 57 फीसदी मतदान हुआ था। बिहार के साथ राजस्थान, महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश जैसे बड़े राज्यों में भी मतदान का प्रतिशत औसत से कम रहा। इन तीनों राज्यों में मतदान 60 फीसदी से कम हुआ। शुक्रवार को सुबह सात बजे मतदान की प्रक्रिया शुरू हुई और शाम छह बजे तक चली। बिहार के नक्सल प्रभावित जिलों के 15 विधानसभा क्षेत्रों में शाम चार बजे और छत्तीसगढ़ के बस्तर की छह विधानसभा सीटों पर तीन बजे मतदान समाप्त हो गया।
चुनाव आयोग के आंकड़ों के मुताबिक शुक्रवार को शाम पांच बजे तक पश्चिम बंगाल में 77.57 प्रतिशत मतदान हुआ और मेघालय में 69 फीसदी लोगों ने वोट डाले। तमिलनाडु में लोकसभा की सभी 39 सीटों पर एक साथ मतदान हुआ। अंतरिम आंकड़ों के मुताबिक वहां 63.20 फीसदी मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया। धर्मपुरी लोकसभा सीट पर सबसे अधिक 67.52 प्रतिशत मतदान हुआ, जबकि दक्षिण चेन्नई सीट पर सबसे कम 57.04 प्रतिशत मतदान हुआ।
अंतरिम आंकड़ों के मुताबिक असम में 71.46 फीसदी मतदान हुआ और अरुणाचल प्रदेश की दो लोकसभा सीटों पर करीब 66 फीसदी वोटिंग हुई। जम्मू कश्मीर की उधमपुर सीट पर 65 फीसदी लोगों ने वोट डाले। महाराष्ट्र में 55 फीसदी और हिंसा प्रभावित मणिपुर में 68 फीसदी लोगों ने मतदान किया। राजस्थान की 12 सीटों पर वोट डाले गए और करीब 52 फीसदी मतदाताओं ने मतदान किया। उत्तर प्रदेश में 58 फीसदी वोटिंग हुई। छत्तीसगढ़ में लोकसभा चुनाव के पहले चरण में नक्सल प्रभावित बस्तर लोकसभा सीट पर 63 फीसदी से ज्यादा वोटिंग हुई। इससे पहले शुक्रवार की सुबह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सभी से वोट डालने की अपील की थी। उन्होंने हिंदी, तमिल, मराठी सहित पांच भाषाओं में ट्वीट किया था। पहले चरण में 102 सीटों पर कुल 1,625 प्रत्याशी मुकाबले में थी। शुक्रवार को नितिन गडकरी सहित केंद्र सरकार के आठ मंत्रियों की किस्मत ईवीएम में बंद हो गई।