नई दिल्ली। मेडिकल में दाखिले के लिए हुई नीट यूजी की परीक्षा के पेपर लीक और दूसरी गड़बड़ियों को लेकर दायर 40 से ज्यादा याचिकाओं पर सोमवार को सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई हुई। चीफ जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ की अध्यक्षता वाली बेंच ने पिछले हफ्ते इस पर सुनवाई की थी और कहा था कि सोमवार को साढ़े 10 बजे इस पर सुनवाई शुरू होगी और कोशिश होगी अदालत उसी दिन किसी निष्कर्ष पर पहुंचे। कई याचिकाओं में परीक्षा रद्द करने की मांग की गई है। हालांकि केंद्र सरकार और परीक्षा का आयोजन करने वाली नेशनल टेस्टिंग एजेंसी, एनटीए ने हलफनामा देकर कहा है कि परीक्षा नहीं रद्द की जानी चाहिए।
बहरहाल, पिछली सुनवाई में सुप्रीम कोर्ट ने एनटीए को आदेश दिया था वह शनिवार को 12 बजे दिन तक सेंटर वाइज परीक्षा के नतीजे जारी करे। इससे अंदाजा लगेगा कि किसी सेंटर पर अनुपात से ज्यादा बच्चों को हाई मार्क्स तो नहीं आए हैं। एनटीए ने शनिवार को नतीजे जारी कर दिए। इसके मुताबिक विवादों में घिरे परीक्षा केंद्र जैसे गोधरा और हजारीबाग में कोई टॉपर नहीं है। सबसे बेहतर परिणाम राजस्थान के सीकर का रहा।
सेंटर वाइज नतीजे जारी होने के बाद रविवार को केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय ने बयान जारी करके कहा कि हर बार से अलग देश के कुछ चुनिंदा सेंटरों से नहीं, बल्कि पूरे देश से छात्रों ने नीट यूजी की परीक्षा पास की है। शिक्षा मंत्रालय के मुताबिक नीट 2024 में कुल 23.33 लाख छात्र शामिल हुए थे। इनमें से 2,321 छात्रों को सात सौ या इससे अधिक अंक मिले हैं। ये छात्र पूरे देश और विदेश में 1,404 केंद्रों में फैले हुए थे। यह 1,404 केंद्र 276 शहरों और 25 राज्यों व केंद्र शासित प्रदेशों में थे। शिक्षा मंत्रालय ने कहा है कि इतना बड़ा फैलाव दिखाता है कि बहुत सारे छात्रों के नंबर आए हैं, जो कि कोचिंग सेंटरों वाले शहरों से नहीं थे। बहरहाल, संभव है कि सोमवार को सुप्रीम कोर्ट इस बारे में फैसला करे। सरकार ने बताया है कि 24 जुलाई के बाद दाखिले के लिए काउंसिलिंग शुरू होगी।