पहली नजर में ऐसा दिख रहा है कि ममता बनर्जी अपने राज्य में ऐसी राजनीति कर रही हैं, जो भाजपा के अनुकूल है। वे कांग्रेस से दूरी दिखा रही हैं और कांग्रेस पर हमला कर रही हैं। लेकिन साथ ही वे भाजपा से भी टकराव बढ़ा रही हैं। अभी उनकी राज्य पुलिस ने भाजपा के एक बड़े नेता को गिरफ्तार किया है। आसनसोल के मेयर रहे जितेंद्र तिवारी को पुलिस ने भगदड़ के एक मामले में गिरफ्तार किया है। पिछले साल दिसंबर में एक जगह कंबल बांटने के कार्यक्रम में भगदड़ मच गई थी, जिसमें तीन लोगों की मौत हो गई थी। उस सिलसिले में पश्चिम बंगाल पुलिस ने जितेंद्र तिवारी को गिरफ्तार किया है। विधानसभा में नेता विपक्ष शुभेंदु अधिकारी सहित कुछ और नेताओं के खिलाफ राज्य पुलिस की जांच चल रही है।
दूसरी ओर केंद्रीय एजेंसियां एक के बाद एक तृणमूल कांग्रेस के नेताओं को गिरफ्तार कर रही है। शारदा चिटफंड और नारदा स्टिंग से अलग अब शिक्षक भर्ती घोटाले में नेता पकड़े जा रहे हैं। राज्य सरकार के मंत्री रहे तृणमल के बड़े नेता पार्था चटर्जी इस सिलसिले में पहले ही गिरफ्तार हो चुके हैं और जेल में हैं। ईडी ने इसी मामले में मानिक भट्टाचार्य को भी पकड़ा है। अब ईडी ने हुगली में तृणमूल कांग्रेस के यूथ विंग के नेता कुंतल घोष और मानिक भट्टाचार्य के करीबी तापस मंडल को पकड़ा है। इसी सिलसिले में शांतनु बनर्जी को पहले गिरफ्तार किया जा चुका है। वीरभूम में तृणमूल के कद्दावर नेता अनुब्रत मंडल पहले से जेल में हैं। मंडल की जगह लेने वाला कोई नहीं मिला तो खुद ममता वीरभूम का प्रभार संभाल रही हैं।