प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपनी सरकार के नौ साल पूरे होने के मौके पर रैली करने वाले हैं। जिस समय पूरा उत्तर भारत भीषण गर्मी से तप रहा होगा उसी समय भाजपा की रैली होगी। यह रैली सिर्फ केंद्र सरकार की नौ साल की उपलब्धियां बताने के लिए नहीं होगी, बल्कि यह चुनाव का आगाज करने वाली रैली होगी। इससे प्रधानमंत्री उत्तर भारत में चुनावी बिगुल फूंकेंगे। ध्यान रहे अगले कुछ दिन में उत्तर और मध्य भारत में चुनाव का सीजन शुरू होने वाला है। राजस्थान, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में विधानसभा के चुनाव हैं। उसके बाद लोकसभा चुनाव के लिए माहौल बनना शुरू हो जाएगा।
बताया जा रहा है कि भाजपा ने मोदी सरकार के नौ साल पूरे होने के मौके पर कई बड़े कार्यक्रमों की तैयारी की थी लेकिन प्रधानमंत्री की रैली ओरिजिनल प्लान का हिस्सा नहीं थी। कर्नाटक में चुनाव नतीजों के बाद तय हुआ कि प्रधानमंत्री की रैली होगी। कर्नाटक की विफलता से भाजपा अभी बैकफुट पर है और कार्यकर्ताओं के मनोबल पर भी असर हुआ है। मोदी की रैली उनमें जोश का संचार करेगी। अभी भाजपा ने रैली की जगह तय नहीं की है, लेकिन रैली ऐसी जगह होगी, जहां से कई राज्यों में मैसेज जाए। हरियाणा, पश्चिमी उत्तर प्रदेश या राजस्थान में किसी जगह रैली होने की संभावना है। यह इलाका दूसरे कारण से भी भाजपा के लिए अहम हो गया है। हरियाणा के पहलवान इस समय भाजपा के सांसद बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ एक महीने से जंतर मंतर पर धरना दे रहे हैं। विरोध कर रहे पहलवानों में ज्यादातर जाट हैं इसलिए रैली का इलाका ऐसा होगा, जहां से जाट मतदाताओं को एड्रेस किया जा सके।